Korba Crime News:भू-लोकप्रिय दिलहरन की मौत के बाद उनकी पत्नी ने अपनी पत्नी के आंसू थमाने के नाम नहीं लिया। बिलखते हुए उसने कहा कि एसईसीएल ने न केवल हमारी कृषि भूमि ली, बल्कि मेरा सुहाग भी उजाड़ दिया।
एसईसीएल के अधिकारी मेरे पति के हत्यारे हैं। जिस व्यक्ति के कंधों पर परिवार की जिम्मेदारी थी, वह सब कुछ छुपाकर करता है। इन सीएल के अधिकारियों से इस बात का कोई सरोकार नहीं है, जिसका सब कुछ ले जा रहा है और उसके बदले नौकरी भी नहीं दी जा रही है, तो अच्छा वह क्या करेगा।
दिलहरन की मृत्यु से पहले हुई वारदातों की जांच की मांग
दिलहरन की मृत्यु से पहले हुई वारदातों की जांच की मांग की है। पत्नी ने कहा कि उनके पति की मौत से पहले कई अपराधियों की जानकारी थी, लेकिन एसईसीएल के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। वह अपील कर रही है कि इन वारदातों की जांच करके दोषियों को सजा दी जाए और न्याय मिले।
पत्नी ने कहा कि एसईसीएल ने उनकी कृषि भूमि ली है और उनके पति की हत्या की जिम्मेदारी भी उन्हें ही दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि एसईसीएल के अधिकारियों को दोषी ठहराने के लिए सबूतों की जांच की जरूरत है और अपराधियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
पत्नी ने इस मामले में सरकारी न्यायिक संगठनों से अधिकारियों की कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि वे न्याय की आशा कर रही हैं और अपने पति की मौत का इंसाफ पाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगी।
यह मामला दिलहरन के परिवार के लिए बहुत दुखद है। वे इस दुख के साथ लड़ने के लिए तैयार हैं और न्याय मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि इन वारदातों के पीछे अधिकारियों का हाथ है, तो उन्हें सजा मिलनी चाहिए और वह न्यायिक प्रक्रिया में विश्वास रखते हैं।
इस मामले की जांच के लिए पत्नी ने सरकारी अधिकारियों से सहायता की उम्मीद की है और उन्होंने कहा है कि उनकी बात को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। इसके साथ ही वह अपने समर्थकों और समाज के साथियों से भी सहायता की अपील कर रही हैं ताकि इस मामले की जांच और न्यायिक प्रक्रिया में पूरी तरह से ईमानदारी बरती जा सके।