NEWS UPDATE

Get the best offers and updates relating to Liberty Case News.

― Advertisement ―

HomeChhattisgarh NewsKabirdham: सहसपुर लोहारा नगर पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव,...

Kabirdham: सहसपुर लोहारा नगर पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव, 10 वोट से गई कुर्सी

[ad_1]

अविश्वास प्रस्ताव के बाद विक्ट्री का साइन बनाते पार्षद।

अविश्वास प्रस्ताव के बाद विक्ट्री का साइन बनाते पार्षद।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी

ख़बर सुनें

छत्तीसगढ़ के कवर्धा (कबीरधाम) जिले की सहसपुर लोहारा नगर पंचायत के अध्यक्ष उषा मनहरण श्रीवास और उपाध्यक्ष आभा महेंद्र श्रीवास्तव को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ गई है। उनके खिलाफ सोमवार को कांग्रेस पार्षद अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए, जिसे भाजपा ने भी समर्थन कर दिया। इसके बाद अविश्वास प्रस्ताव पूर्ण बहुमत से पारित हो गया। 

नगर पंचायत में कांग्रेस का बहुमत होने के बाद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को हटाने के लिए प्रस्ताव लाया गया था। इसमें आवेदक कांग्रेस समर्थित तीन पार्षदों के साथ भाजपा के सात पार्षदो ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए समर्थन कर दिया। इस नगर पंचायत में 15 पार्षद है। इसमें से 10 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए थे। जबकि समर्थन में सिर्फ पांच वोट ही मिले। 

बताया जा रहा है कि नगर पंचायत अध्यक्ष और पार्षदों के बीच तालमेल नहीं होने के कारण नाराजगी बढ़ गई थी। इसी बीच अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था। जिसमें भाजपा पार्षदों ने भी सहमति दी थी। अविश्वास प्रस्ताव के लिए मतदान के लिए आज की तिथि तय की गई थी। अब आगे पार्षद नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव जल्द ही करेंगे। 

विस्तार

छत्तीसगढ़ के कवर्धा (कबीरधाम) जिले की सहसपुर लोहारा नगर पंचायत के अध्यक्ष उषा मनहरण श्रीवास और उपाध्यक्ष आभा महेंद्र श्रीवास्तव को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ गई है। उनके खिलाफ सोमवार को कांग्रेस पार्षद अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए, जिसे भाजपा ने भी समर्थन कर दिया। इसके बाद अविश्वास प्रस्ताव पूर्ण बहुमत से पारित हो गया। 

नगर पंचायत में कांग्रेस का बहुमत होने के बाद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को हटाने के लिए प्रस्ताव लाया गया था। इसमें आवेदक कांग्रेस समर्थित तीन पार्षदों के साथ भाजपा के सात पार्षदो ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए समर्थन कर दिया। इस नगर पंचायत में 15 पार्षद है। इसमें से 10 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए थे। जबकि समर्थन में सिर्फ पांच वोट ही मिले। 

बताया जा रहा है कि नगर पंचायत अध्यक्ष और पार्षदों के बीच तालमेल नहीं होने के कारण नाराजगी बढ़ गई थी। इसी बीच अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था। जिसमें भाजपा पार्षदों ने भी सहमति दी थी। अविश्वास प्रस्ताव के लिए मतदान के लिए आज की तिथि तय की गई थी। अब आगे पार्षद नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव जल्द ही करेंगे। 



[ad_2]

Source link