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Indian Railway News: रायपुर रेल मंडल से वाली लंबी दूरी की भरी भर से अधिक एक्सप्रेस ट्रेने किसी न किसी कारण से रोज चार से सात घंटे लेट से रायपुर स्टेशन पहुंच रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से लगातार देरी से आने वाली ट्रेन को रि-शिडलूर लाइन यहां से चार पांच घंटे तक देरी से रवाना हो रही है। इससे सबसे ज्यादा परेशानी रायपुर स्टेशन से यात्रा करने वाले यात्रियों को हो रही है, क्योंकि पहले उन्हें ट्रेन लेट होने से जाने की कोई जानकारी रेलवे प्रशासन नहीं दे रहा है।
यात्री जब स्टेशन पहुंचते हैं तब उन्हें पता चलता है कि ट्रेन को फिर से रवाना किया जा रहा है। इससे यात्रियों को ब्यजह स्टेशन पर चार से पांच घंटे ट्रेन आने का इंतजार करना पड़ रहा है। रायपुर रेलवे स्टेशन से दिल्ली, मुंबई, उत्तर-प्रदेश, बिहार, हरियाणा जाने वाली ट्रेनें अपने निर्धारित समय से कई घंटे देरी से आ रही हैं। इन सीमित ट्रेन को रेलवे किसी न किसी कारण से बताकर रि-शिड्यूलर कर रहा है।
पिछले कुछ दिनों से किसी भी मौसम का मिजाज बदला है।ठंड बढ़ने का असर यात्रियों के साथ ही एक्सप्रेस ट्रेन पर भी पड़ा है। कहीं भी ट्रेन छूट ना जाए, यात्री सुबह और रात के समय ठिठुरते हुए स्टेशन पहुंच रहे हैं। हालांकि पता चलता है कि ट्रेन लेट है। स्टेशन में मौजूद रेलवे अधिकारी-कर्मचारी यात्रियों को ट्रेन कब मिलेगी इसकी सही जानकारी नहीं देंगे। से इसका कारण परेशान यात्री भटकते हैं।अचानक यात्रियों को यह जानकारी मिलती है कि ट्रेन फिर से शुरू हो गई है। ऐसी हालत में चार से पांच घंटे तक स्वजनों के साथ स्टेशन पर यात्रियों को काफी परेशानी होती है।
रोज़गार-जाने वाले भी परेशान
किला भिलाई, भाटापारा और बिलासपुर से रायपुर में हजारों की संख्या में अधिकारी-कर्मचारी,व्यापारी और छात्र यात्रा करते हैं। ट्रेनों के लेट आने-जाने के कारण आम यात्रियों के साथ ही रोज यात्रा करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को परेशानी होती है। रेल प्रशासन मालगाड़ी को प्रस्थान करने के चक्कर में ट्रेन को बीच में रोक देता है जिससे ट्रेन के समय में देरी से स्टेशन पहुंच रहा है।
ऐसा होता है रि-शिडलर
ट्रेन को विषम स्थिति में रेलवे प्रशासन रि-शिडूर करता है। तीन घंटे के लिए फिर से शिड्यूल किया जाता है, क्योंकि रैक का रखरखाव करना पड़ता है। बीना में टेनेंस ट्रेन को प्रस्थान नहीं किया जा सकता है।
ट्रेन के विलंब से आने के कई कारण हैं। रैक का मेंटेनेंस करने के लिए रेलगाड़ी फिर से मुड़ जाती है।कोशिश की जा रही है कि यात्री ट्रेन के समय पर चले जाएं।
-चंद्रशेखर महापात्र,प्रभारी स्टेशन प्रबंधक
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