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Hello Doctor Program Raipur: लॉग ईयर फोन का उपयोग करने की अधिक आवश्यकता है। इसकी वजह से युवाओं में बहरेपन की समस्या आ रही है। आंबेडकर अस्पताल के कान-नाक-गला रोग विभाग की ओपीडी में हर माह करीब 50 मामले आते हैं, अधिक से अधिक ईयरफोन के उपयोग की वजह से सुनने की क्षमता कम हो जाती है। यह बात हेलो झलकी योजना में ईएनटी विशेषज्ञ झलकी झलकी ने कही।
डा. मान्या ने कहा कि अधिक वर्ष टेलीफोन उपयोग, तेज आवाज की वजह से कान की नसें प्रभावित होती हैं। इन परिस्थितियों की वजह से 30 प्रतिशत जनसंख्या से कान से जुड़े किसी न किसी तरह के रोग हो रहे हैं। जहां पहले 50 या 55 साल के बाद बढ़ती उम्र की वजह से कम सुनाई देने की शिकायत आती थी। अब यह 25-30 साल के युवा भी सामने आ रहे हैं। इसलिए ईयर फोन का उपयोग कम से कम करें। जरूरत से ज्यादा जरूरी है तो एक घंटे का साल फोन के इस्तेमाल के बाद कम से कम 20 मिनट कान को आराम दें। शोरगुल वाली जगहों से बचें।
खर्राटा बन सकता है हार्ट अटैक की वजह
डा. मान्या ने कहा कि ज्यादातर लोगों में अनियमित जीवनशैली की वजह से खर्राटे आई देखी गई है। यह समस्या लोग सामान्य समझ रखते हैं, लेकिन अधिक खर्राटा या लंबे समय से खर्राटे की समस्या हार्ट अटैक का कारण भी बन सकती है। मोटापा, गर्दन, नींद से जुड़ी समस्या सहित अन्य कारणों से खर्राटे की शिकायत सामने आती है। यदि आपका इलाज जारी है तो खर्राटा बंद हो सकता है।
ईएनटी से जुड़े सभी तरह के इलाज
डा. मान्यता ने कहा कि आंबेडकर अस्पताल के ईएनटी विभाग में कान-नाक-गला रोग से जुड़े सभी तरह के इलाज हो रहे हैं। हर दिन औसतन 100 मरीजों का ओपीडी में इलाज किया जाता है। बहरेपन को लेकर काकलियर इंप्लांट की सुविधा आयुष्मान योजना के तहत निश्शुल्क उपलब्ध है। जो निजी संबंधित में पांच लाख से अधिक तक पहुंचता है।
क्रमांक के प्रश्न चिकित्सक के उत्तर
सवाल – खाना खाते समय या अचानक नाक से पानी बहता है। -नरेंद्र साहू, बेमेतरा
उत्तर – यह एक गंभीर समस्या हो सकती है। इसमें दिमाग का पानी नाक की तरफ से संयोजन होता है। जांच कर देखना होगा की स्थिति क्या है। इसके आधार पर ही इलाज शुरू करेंगे।
प्रश्न – वर्ष टेलीफोन अधिक उपयोग करने की वजह से सुनाई देने लगा है। – विशाल देवांगन
उत्तर – लगातार वर्ष फ़ोन से सुनने की क्षमता कम हो जाती है। कान में इंफेक्शन की समस्या भी आती है। आपको ऑडियोमेट्री टेस्ट करना होगा।
प्रश्न – मुझे खर्राटे बहुत आते हैं। – पिक्चर आरके सोनी तिल्दा
उत्तर – यह लाइफ स्टाइल डिसीज है। इसके लिए आपके अभिनय के साथ आपसे संपर्क किया जाएगा। नाक व गले की जांच करेंगे। आवश्यक तो एंडोस्कोपी की जाएगी। इसके बाद समस्या को समझकर उपचार करेंगे।
प्रश्न – मेरी मां को कम सुनवाई देने की शिकायत है। – मुकेश मांडले, रायपुर
उत्तर – उम्र के साथ यह समस्या आती है। रेडियोमेट्री जांच अनुमान लग रहा है। आवश्यक तो कान की साइन इन करें।
प्रश्न – एक कान में आवाज आती है। – संदीप साहू, बालोद
जवाब – कान की नसों में कमजोरी आ गई है। ओपीडी में जांच कराईए। इसके बाद दवा दें। राहत मिलेगी।
सवाल – ज्यादा खांसी आ रही है। इलाज से भी राहत नहीं मिली है। – पसंद शुक्ला, रायपुर
जवाब – गले के साथ ही छाती (छाती) की भी जांच करानी होगी। लंबे समय से खांसी है तो जल्द ही स्क्रीनिंग करें लें।
प्रश्न – लगातार छींक रहा है। -सतीश कुमार, रायपुर
उत्तर – यह एलर्जी है। दूर बिन कार्यप्रणाली से नाक की जांच करेंगे। आप आंबेडकर अस्पताल की ओपीडी में आकर दिखा सकते हैं।
सवाल – मेरी बेटी को गले में ट्रांसिल की समस्या है। – अमरजीत सिंह, महासमुंद
जवाब – ओपीडी में दिखें गले की जांच कर समस्या के होश से दवा देंगे। राहत मिलेगी।
प्रश्न -कान से पसंद है। पानी पर दर्द होता है। – अभिषेक, रायपुर
जवाब – लग रहा है कि आपके कान के पर्दे में छेद हो गया है। जांच करना आवश्यक हो गया है तो गठबंधन करना पड़ सकता है।
सवाल – कान में पानी जाने पर दर्द होता है। -मोहम्मद सैफ, धमतरी
जवाब – आप ओपीडी में आकर दिखाइए। किस कारण से जांच के बाद कार्रवाई करेगा।
प्रश्न – कान से खर-खर की आवाज आती है। सुना कम लगा रहा है। – आनंद कुमार, रायपुर
जवाब – उम्र बढ़ने ही कान की नसे कमजोर होने लगती है। आप ओपीडी में आ सकते हैं। जांच के बाद जरूरी पूछताछ की गई तो आप निश्चिंत कानों की मशीन भी देंगे।
सवाल – लंबे समय से जोर-जोर से खर्राटे आ रहे हैं। – अशोक प्रजापति, रायपुर
उत्तर – दूरबिन्दु कार्यप्रणाली से जांच-पड़ताल करेंगे। इसके बाद इलाज शुरू करेंगे।
सवाल – मेरी बेटी के गले में प्रॉब्लम आ रही है। बात करने में परेशानी होती है। – दमन लाल, बालोद
जवाब – स्पीच थेरेपी से समस्या दूर हो सकती है। लेकिन इससे पहले हम जांच करेंगे। आप आंबेडकर अस्पताल में इलाज करा सकते हैं। आपकी बेटी को होने वाली समस्या दूर हो सकती है।
सवाल – 35 साल से दायें कान में खुजली की शिकायत है। – संतोष, भाटापारा
उत्तर – कान के नसों की परेशानी है। खुजालाने से परेशानी होगी। इसलिए खुजलाना बंद करें। अधिक खुजली होती है जो ड्राप का उपयोग करें। आप आंबेडकर अस्पताल में भी इलाज करा सकते हैं।
प्रश्न – कान से लाकर मवाद आता है। पिछली बार भी समाप्त हो गया था। -संजीव साहू, भटगांव
जवाब – हो सकता है आपका सहयोगी साथी हो गया। इसलिए फिर से समस्या शुरू हो गई है। जांच करना कि असल वजह क्या है।
प्रश्न – कान से आवाज आती है। – नंदकुमार, धमधा
जवाब – आप एक बार ओपीडी में दिखाएँ। दवाओं से ठीक नहीं होगा तो गठबंधन करना।
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