Crime News: करोड़ों रुपये का ठगी करने वाला चिटफंड कंपनी के निदेशक संजीव सिंह और साई प्रकाश प्रापर्टी अभियुक्त नामक चिटफंड कंपनी के निदेशक धीरेचंद्र सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। थाना आजाद चौक क्षेत्र में महानगर नगर स्थित अक्षर रेसीडेंसी में सन साइन इंफ्राल्ड कार्पोरेशन लिमिटेड नामक चिटफंड कंपनी का कार्यालय खोल दिया गया था। आरोपी अन्य निदेशकों ने कई आरोपों को अपना शिकार रहने वाली कंपनी में करोड़ों रुपये का निवेश प्रमाणपत्र दिया था। इसके पूर्व थाना चौक पुलिस की टीम ने आरोपी निदेशक बकील सिंह, सुरेंद्र सिहं एवं धर्मसिंह कुशवाहा को गिरफ्तार किया है।
वास्तव में, प्रार्थी दिनेश पाणिकर एवं नारायण प्रसाद साहू सहित अन्य चौक द्वारा वर्ष-2019 में थाना चैक में रिपोर्ट दर्ज की गई थी कि थाना आजाद चौक क्षेत्र नगर स्थित अक्षत रेसीडेंसी में सन साइन इंफ्राबिल्ड कार्पोरेशन लिमिटेड का कार्यालय था। जिसके निदेशक बकील सिंह सहित अन्य निदेशकों द्वारा संबद्धता समझौते झा कांसा देकर करोड़ों रुपये निवेश करकर अभियोगों ने रकम को वापस न कर चिटफंड कंपनी को बंद कर बोली हो गए। पुलिस ने अपराध सावधिक करों की पतासाजी शुरू की।
बता दें कि इस प्रकरण में पूर्व निदेशक बकिल सिंह, सुरेंद्र सिंह और धरम सिंह कुशवाहा को गिरफ्तार किया गया है। इसी दौरान टीम के सदस्यों को संबंधित प्रकरणों में संलिप्ट आरोपी निदेशक भिंड मप्र निवासी संजीव सिंह के जिला कोरबा के जेल में बंद होने की जानकारी मिली। जिस पर थाना चौक पुलिस की टीम द्वारा आरोपित संजीव सिंह को कोरबा जेल से उत्पादन वारंट में गिरफ्तारी कर रायपुर लाकर आरोपी के प्रति पूर्व कार्रवाई की गई। आरोपितों के खिलाफ छत्तीसगढ़ के कई जिम्मेदार सहित देश के कई राज्यों में भी ठगी के लिए जिम्मेदार अपराध पंजीबद्ध हैं।
मारुती पार्क में खोला गया था ऑफिस :
-आजाद चौक थाना क्षेत्र में साई लाइट प्रापर्टी आउटलेट नामक चिटफंड कंपनी के निदेशकों ने कार्यालय खोल दिया था। निवेश के नाम पर ठगी के उकसाने वाले मामले में संलिप्त आरोपी निदेशक, शाहडोल मप्रवासी धीरे-धीरे सिंह के जिला रायगढ़ के जेल में बंद होने की खबर मिली। जिस पर पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट में गिरफ्तारी कर रायपुर लाइ।
आरोपियों की प्रापर्टी की जानकारी रही पुलिस :
आरोपी से पुलिस पूछताछ कर रही है। उनकी प्रापर्टी की जांच की जा रही है। आरोपितों ने प्रदेश के अलग-अलग दायरे में जमीन की खरीद रखी है। किसकी जानकारी हासिल करने की कार्रवाई होगी।