- गांव के पीड़ित परिवार ने न्याय की गुहार लगाये महासमुंद पुलिस अधीक्षक से साथ में राजस्व निरीक्षक पिथौरा अध्यक्ष अनुसूचित जाति आयोग छत्तीसगढ़ जिलाधीश महोदय महासमुंद छत्तीसगढ़ से न्याय की आवेदन किया प्रेषित।
- पीड़ित परिवार ने कहा शिक्षक होकर गुंडों से भी भयानक।
- पीड़ित परिवार की बेटी ने बताया नरेंद्र बोरे बंद कमरे में किया मारपीट, थाना प्रभारी ने कार्यवाही के बजाय बेटी के साथ किया अभद्र व्यवहार।
Chhattisgarh News:सांकरा/लोहराकोट/महासमुंद:महासमुंद जिला उप-क्षेत्रीय पिथौरा ब्लाक अंतर्गत सांकरा थाना ग्राम पंचायत लोहराकोट के पीड़िता अघनमती बाई साथ में 6 बेटी दो बेटा दामद और अपने पति के साथ निवासरत हैं पिछले 50 वर्षों से गरीबी की परिस्थिति से गुजर-बसर के लिए काबिज किये जमीन भूमि पर धान मूंगफली फसल कर रोजी-रोटी करके अपने परिवार की भरण पोषण कर रही है अपने परिवार की विकास के लिए काबिज जमीन पर विभिन्न तरह के फसल उपजाऊ कर रोजी-रोटी किया करती है सांकरा थाना ग्राम लोहराकोट महासमुंद से रायपुर नेशनल रोड से जुड़ा हुआ गांव है गांव में ही दूसरे गांव से आकर बसे नरेंद्र बोरे नामक व्यक्ति जोकि एक शिक्षक है लेकिन शिक्षक के नाम पर पिथौरा ब्लाक व सांकरा थाना क्षेत्र अंतर्गत जमीन भूमि की कालाबाजारी करते आ रहे हैं इनकी नजर रायपुर नेशनल रोड से जुड़ा हुआ अघनमति की काबिज जमीन पर है इस जमीन पर काफी मोटा रकम उगाही करने के लिए पीड़िता अघनमति के परिवार लोगों को काफी लंबे समय से प्रताड़ित किया जा रहा है अपने परिवार की रोजी-रोटी के बचाव के लिए अघनमति सरकार व जिला प्रशासन पंचायत से भूमि पट्टा की मांग भी कर चुकी है जब पीड़िता को पता चला कि जमीन को लेकर गांव के ही नरेंद्र बोरे ने अघनमति की जमीन को सौदा किसी अन्य निजी कार्य के लिए किया है तो इसका पीड़िता द्वारा विरोध किया गया और काफी गहमागहमी हुआ लेकिन नरेंद्र बोरे ने पीड़िता अघनमति को साफ लफ्जो में कहा कि यह जमीन तो मैं बेच कर ही रहूंगा तेरे को जो करना है कर ले ।
पीड़िता ने अपनी परिवार की रोजी रोटी जीविका को बचाने के लिए संबंधित तहसील थाना एसडीएम कलेक्टर व सरकार तक न्याय की गुहार लगाई लेकिन सुनवाई अभी तक नहीं हुई नरेंद्र बोरे ने पीड़िता को और उनके परिवार वाले को धमकाना शुरू कर दिया जिसका पीड़िता और परिवार के लोग विरोध किया मना करने पर पीड़िता अघनमति के दमाद को कमरे में बंद कर कर मारपीट किया जिसका शिकायत लेकर वह थाना पहुंची थाना में सुनवाई नहीं किया गया उल्टा थाने से डांट फटकार कर भगा दिया गया अब पीडिता और परिवार के लोग डरें सहमे हुए हैं जिसके कारण पीडिता और अपने परिवार के लोगों के साथ अपने निवासरत मकान छोड़कर अन्य जगह चले गए हैं ।
पीडिता ने सांकरा थाना के पुलिस अफसर की भूमिका पर लगाया सवालिया निशान
पीडिता ने बताया कि 6 जनवरी को छत्तीसगढ़ में पुश पुन्नी छेरछेरा त्यौहार का उत्सव पूरा प्रदेश मना रही थी इस दिन नरेंद्र बोरे ने नशे में धुत होकर पीड़िता के दमाद को बंद कमरे में मारपीट कर अदमरा कर दिया पूर्व में भी नरेंद्र बोरे व्यक्ति के नाम से कई शिकायतें सांकरा थाना में दर्ज है तथा पीड़िता ने सांकरा थाना प्रभारी से न्याय की गुहार लगाई गयी थी लेकिन सांकरा थाना के अधिकारी से कोई सहयोग नहीं मिला उल्टे थाने में अभियुक्त (नरेंद्र बोरे) व्यक्ति के नाम से शिकायत किया जाता है तो बिना सूचना दिए गाड़ी भेज कर पूरे परिवार को थाने में घंटो घंटो बैठा दिया जाता है जब बड़ी बेटी थाने में अपना पीड़ा बयान कर रही थी तब भी थाना के अधिकारी के द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया और मोबाइल को छीन लिया गया तथा पेपर वर्क को अपने मनमर्जी से तैयार कर कर दबावपूर्वक हस्ताक्षर कराया गया उन्होंने कहा कि अपने और अपने परिवार के साथ कोई भी अप्रिय घटना घटती है तो उसकी सारी जवाबदारी नरेंद्र बोरे और सांकरा थाना के वन स्टार की होगी जिसकी शिकायत पीड़िता ने 3 जनवरी को महासमुंद पुलिस अधीक्षक से किया है पीडिता मांग कर रही है कि थाना के वन स्टार को जल्द ही दूसरे स्थान पर नियुक्त किया जाए और अपराधी नरेंद्र बोरे के ऊपर जल्द कार्यवाही कर गिरफ्तार किया जाए जिससे कि अपराधियों को अपराध करने का बल व संरक्षण ना हो अपराधी अपराधी होते हैं गुना गुना होता है ।
भू-माफिया नरेंद्र बोरे ने ब्लॉक व क्षेत्र में फैलाया दहशत व आतंक, ग्रामीणों में डर व भय का माहौल।
लोहराकोट से लगभग 30 किलोमीटर दूरी पर उमरिया ग्राम पंचायत खुशरुपाली का रहने वाला है जो अपने गांव को छोड़कर लोहराकोट में बस गया जिसका कामकाज स्कूल में शिक्षक होना बताया जा रहा है शिक्षक की कमाई से पेट नहीं भरा तो जमीन की दलाली में उतर गया और धीरे-धीरे क्षेत्र के जमीन की अफरा तफरी करना शुरू कर दिया जमीन की कालाबाजारी से काफी मोटा रकम कमाई करने लगा गांव के ही कई व्यक्तियों को जमीन की दलाली में करोड़ों रुपए की हेराफेरी कर गांव के कई व्यक्तियों की जिंदगी तबाह किया आज भी जिन व्यक्तियों की जीवन बेहतर जी रहे थे दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर कर दिया गांव के ग्रामीण बताते हैं कि नरेंद्र बोरे के लालच व भूख हद से अधिक बढ़ गया कुछ पुलिस के साथ मिलकर सांकरा थाना के आसपास क्षेत्र व पिथौरा ब्लाक तक जमीन की बड़े पैमाने पर बेचकर मोटा रकम की उगाही शुरू करने लग गया साथ में पिथौरा ब्लाक व सांकरा थाना के आसपास के क्षेत्रों में अपना डर और भय का वातावरण माहौल बनाना भी शुरू कर दिया जिसके कारण अभियुक्त (नरेंद्र बोरे) के नाम से ग्रामीणों में दहशत व आतंक का माहौल से जी रहे हैं कोई उनके नाम से शिकायत किसी भी क्षेत्र के थाने में किया जाता है तो किसी भी गांव के ग्रामीणों का आवाज नहीं निकल पाता ऐसा ही ग्राम लोहराकोट के रायपुर नेशनल हाईवे रोड से जुड़ा हुआ अघनमति की काबिज जमीन पर पड़ा और इस जमीन की सौदा किसी अन्य निजी कार्य के लिए बेचकर मोटा रकम उगाही करने की नियत से पीडिता और उनके परिवार वालों को प्रताड़ित करने लगा ।
गांव वालों को डर व गुमराह कर अघनमति की काबिज जमीन को निरस्त कराने के लिए रचा षड्यंत्र
नरेंद्र बोरे ने सांकरा पुलिस के साथ मिलकर पीड़िता अघनमति की काबिज जमीन को गांव के ग्रामीणों को डर व बहला-फुसलाकर काबिज भूमि को निरस्त कराने में लगा हुआ है गांव के ग्रामीणों को गुमराह कर पीडिता अघनमति के खिलाफ में जमीन को सौदाकर मोटा रकम कमाई करने के नियत से सांकरा थाने में पीडिता अघनमति के दमाद के ऊपर झूठा रेप केस फंसाने का साजिश रचा इस डर के माहौल को देखकर पीडिता अघनमति और परिवार के लोग घर छोड़कर अनियंत्रित स्थान चले गए हैं पीडिता अघनमति अपने रोजी रोटी जीविका को बचाने के लिए तहसील पिथौरा राजस्व निरीक्षक अध्यक्ष अनुसूचित जाति आयोग छत्तीसगढ़ 5 दिसंबर 2022 जिलाधीश महोदय महासमुंद छत्तीसगढ़ 6 दिसंबर 2022 को आवेदक द्वारा आवेदन न्याय दिलाने के लिए लगाए हुये हैं ।
भय आतंक के डर का माहौल से परिवार के साथ कर लेंगे आत्महत्या :- पीड़िता अघनमति
पीडिता ने कहां कि जीवन में पहली बार इतना यातना प्रताड़ना डर भय आतंक का जीवन जीने को मजबूर हैं इस कारण परिवार के साथ खुदकुशी करने में कोई हिचकिचाहट नहीं होगी सरकार जिला प्रशासन व ब्लॉक प्रशासन से मांग कर रही है कि पीडिता और परिवार के लोग अच्छे जीवन की सुरक्षा के लिए न्याय किया जाना बहुत ही जरूरी है और ऐसे शिक्षक के नाम पर इतना भयानक गुंडागर्दी पीड़िता अपने जीवन में पहली बार देखा है साथ ही जिस तरह से सांकरा थाने के अधिकारी का सहयोग मिलना चाहिए वह भी मुनासिब नहीं हो रहा है बल्कि उल्टे पीड़िता और उनके परिवार के लोगों को परेशान व प्रताड़ित किए जा रहे हैं इसलिए सरकार के तमाम एजेंसी व नुमाइंदे से अनुरोध किया है कि पीड़िता अघनमति और परिवार के लोगों की सुरक्षा के लिए जल्द ही कोई उचित कार्यवाही कर न्याय दिलाया जाए आशा के साथ अपने इस प्रेस बयान को सरकार में बैठे सांसद विधायक जनप्रतिनिधि व शासन के अधिकारी संज्ञान में लेकर विशेष पहल कर ध्यान दिया जाए अघनमति और परिवार का मन इतना हताश हो गया है कि मजबूरनव॔श परिवार के साथ अपनी जान गवानी पढ़ सकती है जिसका किसी को दोष नहीं, लेकिन पीड़िता की इस हालत व परिस्थिति का सबसे जिम्मेवार अभियुक्त नरेंद्र बोरे व सांकरा थाना के वन स्टार अधिकारी पर लगाया है ।
पीडिता ने तमाम सामाजिक संगठन व राजनैतिक पार्टी के सांसद विधायक विपक्ष के जनप्रतिनिधियों से किया अपील
पीड़िता अघनमति अपने और अपने परिवार की जीवन रक्षा व रोजी रोटी के लिए तमाम समाजिक संगठन राजनैतिक पार्टी के विधायक सांसद और विपक्ष के जनप्रतिनिधियों से आग्रह व निवेदन प्रार्थना किया है कि अपने और अपने परिवार की इस डर भरी माहौल से सुरक्षा व रक्षा रोजी रोटी से निजात व न्याय दिलाने में सहयोग की अपील किया है और आशा है कि अपने और अपने परिवार की खबर व समाचार को पढ़ने जानने के बाद परिवार की सुरक्षा सहयोग व पहल करने के लिए अपील की है साथ में आशा व विश्वास के साथ भरोसा की उम्मीद रखी है ।
लोहराकोट गांव में समाज सेवी भारती ने किया संघनन दौरा लिये जानकारी
समाज सेवी MALBM भारती ने 31 दिसंबर 2022 शनिवार को ग्राम पंचायत लोहाराकोट का संघनन दौरा कर ग्रामीणों से जानकारी लिये ग्रामीणों ने बताया कि नरेंद्र बोरे दूसरे गांव से आकर लोहराकोट में बसा गया है जिनका काम शिक्षक का है लेकिन कार्यशैली जमीन की अफरा-तफरी लोगों को डराना धमकाना गुंडागर्दी मारपीट और पुलिस की सहयोग से झूठे केश में फसाकर प्रताड़ित करना ग्रामीणों ने भारती जी को यह भी बताया कि अघनमति और कई लोगों की जमीन पर काफी लंबे समय से नरेंद्र बोरे का निगाह है जिसमें गरीब दिन दुखिया परिवार की अघनमति जो नेशनल हाईवे रोड से जुड़ा हुआ इनकी काबिज जमीन को किसी अन्य धन्ना सेठ के पास सौदा कर मोटा रकम कमाने का फिराक है लेकिन अघनमति एक जागरूक महिला है जो अपने रोजी रोटी के काबिज जमीन को बचाने के लिए काफी लंबे समय से अभियुक्त के खिलाफ संघर्ष कर रही है भारती ने सरकार प्रशासन से मांग किया है कि ऐसे अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्ति को तत्काल कार्यवाही करके गिरफ्तार किया जाना चाहिए और यह भी मांग करते हैं कि पीड़िता अघनमति की 50 साल से काबिज जमीन को शासन भूमि पट्टा प्रदान किया जाए भारती ने कहां मामला बड़ा गंभीर व संवेदनशील है जिसमें कई प्रकार से जुड़ा हुआ संगीन मामला है इस वजह से छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार से मजिस्ट्रेट की निगरानी में निष्पक्ष जांच करने की मांग भी की क्योंकि पीड़िता अघनमति के परिवार के लोग काफी डरे सहमे हैं अपने घर मकान को छोड़कर दूसरे अनियंत्रित स्थान पर है इस कारण मजिस्ट्रेट की निगरानी में जांच को पूरा किया जाए ।
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