स्टेशन का निरीक्षण करतीं सांसद ज्योत्सना
– फोटो : अमर उजाला
ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
कुछ दिनों पहले ही कोरबा से बीकानेर के लिए सीधी एक्सप्रेस ट्रेन चलाई जाने के संदर्भ में रेल मंत्री और अधिकारियों से पत्राचार करने के बाद स्थानीय सांसद ज्योत्सना महंत ने स्टेशन का जायजा लिया। इस दौरान सांसद के प्रतिनिधि हरीश परसाई के अलावा कार्यकर्ता और नागरिक यहां पर मौजूद रहे। स्टेशन का भ्रमण करने के साथ ही यहां की सुविधाओं और समस्याओं को जानने का प्रयास किया गया। रेलवे स्टेशन पहुंचने के लिए बनाई गई सेकंड एंट्री को बंद करने के बारे में सांसद ने पूछताछ की। अधिकारी के द्वारा जानकारी दिए जाने पर सांसद ने कहा कि व्यवस्था को ठीक करने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जाएंगे।
सांसद ज्योत्सना महंत ने कहा कि कोरबा जिले से कुला परिवहन कर रेलवे राजस्व वसूल रही है लेकिन यहां की जनता को सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं दे रही है। ट्रेन के लेट लतीफ और कैंसिल से परेशान है। गेवरा स्टेशन में गाड़ियों का परिचालन बंद कर दिया गया है, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जिसका वह विरोध करेंगे। साथ ही निरीक्षण के बाद बोलीं, स्टेशन की टिकट मशीन खराब है, लिफ्ट का बटन खराब है, साफ सफाई नहीं है, ऐसे में औपचारिकता बस ही स्टेशन चल रहा है। यहां तक स्टेशन के बाहर लगे भारत का गौरव तिरंगे का भी अपमान किया जा रहा है।
विस्तार
यात्री सुविधाओं के मामले में कोरबा की उपेक्षा किए जाने के आरोप रेलवे पर काफी समय से लगते रहे हैं। ऐसे विषय को लेकर कई संगठन आंदोलन भी करते आ रहे हैं। इन सबके बीच सांसद ज्योत्सना महंत ने कोरबा रेलवे स्टेशन का दौरा करने के साथ ही समस्याओं को जाना और अधिकारियों के रवैए पर नाराजगी जताई।
कुछ दिनों पहले ही कोरबा से बीकानेर के लिए सीधी एक्सप्रेस ट्रेन चलाई जाने के संदर्भ में रेल मंत्री और अधिकारियों से पत्राचार करने के बाद स्थानीय सांसद ज्योत्सना महंत ने स्टेशन का जायजा लिया। इस दौरान सांसद के प्रतिनिधि हरीश परसाई के अलावा कार्यकर्ता और नागरिक यहां पर मौजूद रहे। स्टेशन का भ्रमण करने के साथ ही यहां की सुविधाओं और समस्याओं को जानने का प्रयास किया गया। रेलवे स्टेशन पहुंचने के लिए बनाई गई सेकंड एंट्री को बंद करने के बारे में सांसद ने पूछताछ की। अधिकारी के द्वारा जानकारी दिए जाने पर सांसद ने कहा कि व्यवस्था को ठीक करने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जाएंगे।